Friday, May 10, 2024
दिल्ली : मंगलवार सुबह उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में बड़े पैमाने पर गैंगस्टरों की सांठगांठ के खिलाफ छापेमारी की। भारत और विदेशों में रह रहे आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों के बीच बढ़ती सांठगांठ को खत्म करने और नष्ट करने के उद्देश्य से दिल्ली में छह से अधिक जिलों में गैंगस्टरों से जुड़े आवासीय और अन्य परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं।
लारेंस बिश्नोई, नीरज बवाना, टिल्लू ताजपुरिया और गोल्डी बराड़ NIA के निशाने पर
एनआईए की छापेमारी लारेंस बिश्नोई, नीरज बवाना, टिल्लू ताजपुरिया और गोल्डी बराड़ से जुड़े गिरोह के गठजोड़ पर केंद्रित हैं, जो पहले से ही आतंकवाद विरोधी एजेंसी के निशाने पर हैं। एनआईए द्वारा कई गैंगस्टरों से पूछताछ के बाद इन छापों की योजना बनाई गई थी। अक्टूबर में एनआईए ने उत्तर भारत के चार राज्यों और दिल्ली में 52 स्थानों पर चलाए गए एक बड़े तलाशी अभियान के बाद एक वकील और हरियाणा के एक गैंगस्टर को गिरफ्तार किया था।
अधिवक्ता का गैंगस्टरों से संपर्क
गिरफ्तार अधिवक्ता की पहचान उत्तर पूर्वी दिल्ली के उस्मानपुर इलाके के गौतम विहार निवासी आसिफ खान के रूप में हुई थी। एजेंसी के लोगों ने उनके आवास पर तलाशी के दौरान उनके घर से चार हथियार और कुछ पिस्तौल, गोला-बारूद बरामद करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। एनआईए ने पूछताछ के दौरान पाया कि आसिफ खान जेल में बंद गैंगस्टरों के संपर्क में था। एनआईए ने बसौदी, सोनीपत (हरियाणा) के रहने वाले राजेश उर्फ राजू मोटा को भी गिरफ्तार किया है। एनआईए के मुताबिक राजू मोटा के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
जेल के अंदर और बाहर काम करता है गैंगस्टरों का नेक्सस
एनआईए ने कहा कि गैंगस्टर नेक्सस जेल के अंदर और बाहर काम करता है और गिरोह के सदस्य विभिन्न प्रकार की आपराधिक और अवैध गतिविधियों को अंजाम देने में गैंगस्टरों और अपराधियों की सक्रिय रूप से सहायता करते हैं।
इस साल 26 अगस्त को दिल्ली पुलिस द्वारा पहले दर्ज किए गए दो मामलों के फिर से खोलने के बाद आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए द्वारा इस सांठगांठ के खिलाफ जांच शुरू करने के बाद एनआईए की कार्रवाई शुरू हुई है।
GPN News | All right Reserved 2024