भारत : चीन में कोरोना का कहर, भारत में स्थिति पर चिंतन

देश में कोरोना की स्थिति पर मंडाविया कर रहे बैठक
कोरोना: केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. भारती पवार ने बताया कि बैठक में देश के प्रमुख स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मंगलवार को जीनोम सीक्वेंसिंग को लेकर गाइड लाइन जारी की गई थी। एक बार फिर सिर उठा रही कोरोना महामारी को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया उच्च स्तरीय बैठक कर रहे हैं। इसमें चीन व अन्य देशों में कोरोना की स्थिति को देखते हुए ऐहतियाती उपायों पर मंथन किया जा रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. भारती पवार ने बताया कि बैठक में देश के प्रमुख स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मंगलवार को जीनोम सीक्वेंसिंग को लेकर गाइड लाइन जारी की गई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित इस बैठक में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल, कोविड-19 वर्किंग ग्रुप एनटीएजीआई के प्रमुख डॉ. एन.के. अरोड़ा, डीजी-आईसीएमआर डॉ. राजीव बहल, जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. राजेश गोखले और डीजीएचएस स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय डॉ. अतुल गोयल शामिल हैं।
दिल्ली में जीनोम सीक्वेंसिंग शुरू
इस बीच, कोरोना के पॉजिटिव मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग फिर से शुरू गई है। केंद्र सरकार के आदेश के बाद दिल्ली सरकार के लोकनायक और आईएलबीएस अस्पताल में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पाजिटिव सैंपलों को जुटाया जा रहा है। लोकनायक अस्पताल के निदेशक डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि पॉजिटिव सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग की दैनिक आधार पर जीनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी। इससे पता चल पाएगा की कोरोना का कोई नया वैरिएंट तो नहीं पनप रहा है। गौरतलब है कि जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, चीन और अमेरिका में कोरोना के नए मामले चिंताजनक तरीके से बढ़ रहे हैं।
आईजीआई एयरपोर्ट होगी रेंडम जांच
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बार फिर से रेंडम जांच की जाएगी। सूत्रों की माने तो कोरोना प्रभावित देशों से आ रहे लोगों की अनिवार्य रूप से जांच की जाएगी। इसमें देखा जाएगा कि किसी भी यात्री में कोई लक्षण तो नहीं। यदि किसी में लक्षण पाए जाते हैं तो उसे क्वारंटाइन कर दिया जाएगा।
चीन में ओमिक्रॉन के बीएफ.7 का कहर
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि चीन में फिलहाल बढ़े मामलों के लिए ओमिक्रॉन BF.7 सब-वैरिएंट जिम्मेदार है। वहां अगले तीन माह में तीन कोरोना लहरें आने का खतरा है। इससे 80 करोड़ लोग संक्रमित हो सकते हैं और 10 लाख से ज्यादा मौतों की आशंका जताई गई है।