गोरखपुर : इलाज के दौरान काजल की मौत, बदमाशों ने मार दिया था पेट में गोली

- शाम तक शव लेकर गांव पहुंचेंगे परिजन
- वीडियो बनाते वक्त बदमाशों ने पेट में सटाकर मार दी थी गोली
बृजनाथ तिवारी की रिपोर्ट
गोला बाजार (गोरखपुर), जीपीएन न्यूज। जनपद के गगहा थाना क्षेत्र के ग्राम भलुआन में बीते शुक्रवार को हुए गोली काण्ड में अब एक नया मोड़ आ गया है। बदमाशों ने जिस मासूम किशोरी को गोली मारी थी, उसकी आज बुधवार को सुबह इलाज के दौरान मौत हो गया है। वह लखनऊ स्थित केजीएमसी में भर्ती थी। वही काजल के परिजनों ने शव लेकर शाम तक घर लेकर पहुंचने की बात कही है।
किशोरी की हालत थी गम्भीर, दरोगा व कांस्टेबल ने दिया था अपना खून
परिजनों के मुताबिक किशोरी काजल सिंह (16) की पेट में गोली लगने की वजह से हालत बहुत नाजुक थी। वही ब्लड का रिसाव लगातार हो रहा था। वही किशोरी को एडमिट कराने गए गगहा थाना के दरोगा अमित चौधरी व कांस्टेबल विजय यादव ने अपना खून भी दिया था। मगर बच्ची को बचाया नही जा सका।
जाने क्या था मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद के गगहा थाना क्षेत्र के जगदीशपुर भलुआन निवासी राजीव नयन सिंह अपने बरामदे मे सोए थे। तभी गांव का ही एक शातिर अपराधी विजय प्रजापति पुत्र सुभाष अपने तीन साथियों के साथ बाइक से बीते शुक्रवार की रात करीब 11.30 बजे पहुंचा। वही राजीव नयन सिंह से पैसे के लेनदेन को लेकर कहासुनी हो गयी। इसी दौरान राजीव नयन को मारने पीटने लगा। तभी शोर सुनकर राजीव नयन की 16 वर्षीय पुत्री काजल सिंह बाहर आ गयी और मोबाइल में घटना का वीडियो बनाने लगी। जिससे नाराज विजय प्रजापति ने लड़की के पेट में सटाकर गोली मार दी थी और उसका मोबाइल छीनकर अपने अन्य साथियों के साथ फरार हो गया था। घटना की सूचना परिजनों ने पुलिस को दिया था। वही किशोरी का इलाज केजीएमसी लखनऊ में चल रहा था। जंहा आज उसकी मौत हो गयी।
आरोपियों के जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया था सड़क जाम
वही बीते 22 अगस्त 2021 को ग्रामीणों ने आरोपियों को पकड़ने व परिवार को सुरक्षा देने की बात को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग को भलुआन चौराहे पर शाम को जाम कर दिया था। जिसके बाद कई थानों की पुलिस व भारी सुरक्षाबल मौके पर पहुंच गया था। वही सीओ श्यामदेव विंद व उपजिलाधिकारी बांसगांव विनय कुमार पांडेय द्वारा आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के आश्वासन देने के बाद जाम खुल पाया था। वही आज किशोरी की मौत होने के कारण ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
क्या कहती है गोरखपुर पुलिस